April 3, 2012

सब नया - नया सा है

न अच्छा है,
न बुरा है,
सब नया - नया सा है,


चल रहा है सब,
हँसते - हँसते,
दिल की गहराइयों में सब,
खुला - खुला सा है,

न कल में फंसा है मन,
न कल की सोच रहा है,
आज की मस्ती में,
मस्त,
सब चल रहा है,
न अच्छा है,
न बुरा है,
सब नया नया सा है,


अज्ञात से पलों में,
अनजान से क्षणों में,
जीने का,
मजा है,
न अच्छा है,
न बुरा है,
सब नया नया सा है,

जकड़ें थीं,
जंजीरें जो,
जीवन खुद ही उन्हें,
तोड़ रहा है,
अच्छा है,
न बुरा है,
सब नया नया सा है,


नदी की धारा सा,
जीवन निरंतर बह रहा है,
फूलों सी खुसबू सा,
जीवन हर पल महक रहा है,


न अच्छा है,
न बुरा है,
सब नया नया सा है,

हल्का हल्का शुरूर है,
बहका बहका जरूर है,
मन भी चंचल है मेरा,
दिमाग भी,
सोचने पे मजबूर है,


रसीला जीवन ये,
रस से भरपूर है,
पी रहा हूँ मैं,
जी रहा हूँ मैं,
पर,
न अच्छा है,
न बुरा है,
सब नया नया सा है,

कौन कहता है ?
खोज है उसकी,
जानते हैं हम,
वो नया - नया सा हैं,
हाँ,
नया - नया सा है !

न अच्छा है,
न बुरा है,
कुछ नया नया सा है !!

धन्यवाद
हरीश
०२-०४-२०१२