January 28, 2012

जो है, सो है !!

जो है,
सो है,
न बदला है कभी,
न बदलेगा,
न रुका है कभी,
न रुकेगा
जो है,
सो है ;

सोचो ,
भागो,
दौड़ लगाओ,
सबसे आगे निकल भी जाओ,
पहुँच के उस रूमानी शहर में,
फिर सोचोगे
जो है,
सो है;

जानता हूँ,
मानता हूँ,
कट जाएगा ये सफ़र भी,
मिल जायेगी मंजिल भी,
फिर कहेंगी हवाएं यें,
फिर कहेंगी फिजायें यें,
जो है,
सो है;

अहम् होगा तुझे कभी,
रहम करोगे तुम कभी,
कभी दिमाग होगा बोझिल,
रोओगे भी तुम कभी,
फिर सोचोगे,
फिर बोलोगे,
जो है,
सो है;

इस दुनिया के दो किनारों,
के बीच में हो तुम खड़े,
पानी बहता जाए
ले जाए
कभी इधर
कभी उधर,
लगे मंजिल मिल गयी,
आँखें खोले,
तो फिर वही;

कहे मन,
अब बस भी कर,
जो है, सो है !!

धन्यवाद
हरीश

११-०९-२०११


January 14, 2012

जीये जा रहे हैं !!


जीये जा रहे हैं,
रहगुजर में तेरी,
जीये जा रहे हैं,
की मिलेगा कहीं ?

देखतें हैं मौड़ पे,
जिंदगी के हर एक,
नहीं लगती भनक,
फिर भी कहीं तेरी !

तूं है भी सही ?
या परछाईयाँ है ,

तूं है भी कहीं ?
या तन्हाईयाँ हैं,

एहसास ही है बस,
या सच्चाईयां हैं ?

चंद दिनों की जिंदगी में,
उलझा मत !

चंद दिनों की जिंदगी में,
यूँ रुला मत !

मिल जा किसी मौड़ पे हँसते - हँसते,
चंद दिनों की जिंदगी में,
यूँ सता मत !

कैसे करें गुहार ?
कैसे करें पुकार ?
संत तो हम हैं नहीं,
ना बिलकुल गंवार !


पागलों ने पाया तुझे,
मस्त हो के,
मस्ती में,
बस रह गए हम,
सयानो की
बस्ती में,

हर खेल तेरा देखा,
हर मेल तेरा देखा,
दिखी तेरी झलक इनमे,
पर तुझको नहीं देखा !

कर दे काबिल तूं,
दे रहमती नजर वो,
देखे तुझे जो हर सु,
देखे तुझे जो हर सु !

कर दे काबिल तूं ,
की करें ऐलान ये,

के जी रहे है बस,
रहमतों में तेरी,
के जी रहे है बस,
नेमतों में तेरी !!


Good Night.
30th april 2011

January 10, 2012

ये नौकरी

क्या - क्या जतन करवाती है ये नौकरी,
आदमी को गधा बनाती है ये नौकरी,
जो काम न किया हो कभी,
वो काम भी करवाती है ये नौकरी !

न मिले नौकरी तो आदमी परेशान,
मिल जाए नौकरी तो आदमी परेशान,
परेशानी के साथ खुशियाँ भी लाती है,
ये नौकरी,
नौकरी, नौकरी, नौकरी ये नौकरी !

Month end आये तो रुलाती है ये नौकरी,
Begining of the month में हंसाती है ये नौकरी,
Girl Friend साथ है, क्यूंकि पास है नौकरी,
छुट जाए नौकरी तो भाग जाए छोकरी !

है जुड़े बहूत कुछ इस नौकरी के साथ,
बताया न जाए सुब कुछ,
कहीं छूट न जाए नौकरी,
नौकरी, नौकरी, नौकरी ये नौकरी !!

Thanks
04\02\2006