March 11, 2018

दिखा किरण आशा की







मेरी मौत के सबब मुझे याद कर ,
मेरी तन्हाई की याद मुझे याद कर ,
जीवन की आशा मुझे याद कर ,
याद कर निराशा के लम्हे मुझे याद कर  !!

याद आये तुझे तो बता ,
क्या कसूर था मेरा, जो याद में डूबोया ,

तोडा हर ख्वाब वो ,
जो जीवन में था संजोया !

आशा भरे मन में निराशा भर दी ,
जीवन उलझा है, 
मुझे याद कर !

याद कर मुझे , आजा जीवन में मेरे ,
दिखा किरण आशा की,

जला दे बुझे दिए !!


हरीश 
23 /02/2008 

No comments:

Post a Comment

Thank you for your comments!