दिखा किरण आशा की
मेरी मौत के सबब मुझे याद कर ,
मेरी तन्हाई की याद मुझे याद कर ,
जीवन की आशा मुझे याद कर ,
याद कर निराशा के लम्हे मुझे याद कर !!
याद आये तुझे तो बता ,
क्या कसूर था मेरा, जो याद में डूबोया ,
तोडा हर ख्वाब वो ,
जो जीवन में था संजोया !
आशा भरे मन में निराशा भर दी ,
जीवन उलझा है,
मुझे याद कर !
याद कर मुझे , आजा जीवन में मेरे ,
दिखा किरण आशा की,
जला दे बुझे दिए !!
हरीश
23 /02/2008
मेरी मौत के सबब मुझे याद कर ,
मेरी तन्हाई की याद मुझे याद कर ,
जीवन की आशा मुझे याद कर ,
याद कर निराशा के लम्हे मुझे याद कर !!
याद आये तुझे तो बता ,
क्या कसूर था मेरा, जो याद में डूबोया ,
तोडा हर ख्वाब वो ,
जो जीवन में था संजोया !
आशा भरे मन में निराशा भर दी ,
जीवन उलझा है,
मुझे याद कर !
याद कर मुझे , आजा जीवन में मेरे ,
दिखा किरण आशा की,
जला दे बुझे दिए !!
हरीश
23 /02/2008
No comments:
Post a Comment
Thank you for your comments!