ये दर्द अब कहर है
बदनसीब जिंदगी की ,
सोच बदनसीब है ,
कहाँ मैं जाऊं तुन बता ,
किसे बताऊँ तू बता ?
दुआ मेरी है कर दया ,
कर ख़त्म ये दर्द
या
आगोश में अपने बुला !
हो जाए आज ये फैसला ,
ये दर्द अब कहर है ,
बड़ा अजीब दर्द है ,
दुखी मेरा शहर है !
ये साथ भी अजीब है ,
ये लोग भी अजीब है ,
ये सोच भी अजीब है ,
ये रोष भी अजीब है !
अजीब हैं कहानियां ,
अजीब हैं निशानियाँ ,
अजीब जिन्दगानियाँ ,
अजीब सा ये दर्द है ,
कभी ख़ुशी की है झड़ी ,
कभी दुखों की ये लड़ी !
कभी ख़ुशी , कभी है गम ,
कभी दुखों से ये आँख नाम !!
दुआ मेरी है कर दया ,
कर ख़त्म ये दर्द
या
आगोश में अपने बुला !
हरीश
5 /10 /2008
बदनसीब जिंदगी की ,
सोच बदनसीब है ,
कहाँ मैं जाऊं तुन बता ,
किसे बताऊँ तू बता ?
दुआ मेरी है कर दया ,
कर ख़त्म ये दर्द
या
आगोश में अपने बुला !
हो जाए आज ये फैसला ,
ये दर्द अब कहर है ,
बड़ा अजीब दर्द है ,
दुखी मेरा शहर है !
ये साथ भी अजीब है ,
ये लोग भी अजीब है ,
ये सोच भी अजीब है ,
ये रोष भी अजीब है !
अजीब हैं कहानियां ,
अजीब हैं निशानियाँ ,
अजीब जिन्दगानियाँ ,
अजीब सा ये दर्द है ,
कभी ख़ुशी की है झड़ी ,
कभी दुखों की ये लड़ी !
कभी ख़ुशी , कभी है गम ,
कभी दुखों से ये आँख नाम !!
दुआ मेरी है कर दया ,
कर ख़त्म ये दर्द
या
आगोश में अपने बुला !
हरीश
5 /10 /2008
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