क्या है जीवन ?
जब कभी सोचता हूँ ,
क्या है जीवन ,!
जवाब नहीं आता कोई ,
अंतर मन से !
बचपन बीता
समझ न आया ,
क्या है जीवन !
आयी जवानी
समझ न आया ,
क्या है जीवन !
भरा दुखों से ,
समझ न आया ,
क्या है जीवन !
सुख की आशा , समझ न आया ,
क्या है जीवन
न मिला जवाब अपने मन से ,
न कोई समझा पाया ,
क्या है जीवन !
कुछ कहते चक्र ग्रहों का ,
कुछ कहते भाग्य का फल ,
कुछ कहते हैं कर्म तुम्हारे ,
कुछ कहते खेल है जीवन !
क्या है ?
क्यों है ?
कैसी है ?
ये मन की उलझन !
आओ कोई ,
समझा दो मुझे ,
क्या है जीवन। .......
क्या है जीवन ......
क्या है जीवन !!!!
हरीश
15/11 /2005
जब कभी सोचता हूँ ,
क्या है जीवन ,!
जवाब नहीं आता कोई ,
अंतर मन से !
बचपन बीता
समझ न आया ,
क्या है जीवन !
आयी जवानी
समझ न आया ,
क्या है जीवन !
भरा दुखों से ,
समझ न आया ,
क्या है जीवन !
सुख की आशा , समझ न आया ,
क्या है जीवन
न मिला जवाब अपने मन से ,
न कोई समझा पाया ,
क्या है जीवन !
कुछ कहते चक्र ग्रहों का ,
कुछ कहते भाग्य का फल ,
कुछ कहते हैं कर्म तुम्हारे ,
कुछ कहते खेल है जीवन !
क्या है ?
क्यों है ?
कैसी है ?
ये मन की उलझन !
आओ कोई ,
समझा दो मुझे ,
क्या है जीवन। .......
क्या है जीवन ......
क्या है जीवन !!!!
हरीश
15/11 /2005
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