जी भर के मजा लिया !!
तम्मनाओं ने फिर से हमे जगा दिया ,
उम्मीदों ने फिर से रास्ता दिखा दिया ,
फिर उभरा भावनाओं का समंदर दिल मैं ,
दिमाग ने फिर से हमे रुला दिया !
आज लगता है ,
जिस चीज की तम्मना थी हमे ,
जिंदगी ने आज ,
उस से हमें मिला दिया !
तड़पते रहे प्यार के लिए जिस ,
आज उस प्यार ने ,
प्यार से गले लगा लिया !
किरणों ने सूरज की ,
फिर से फूलों को सहारा दिया ,
मंदिरों की घंटियों ने ,
लगता है भगवान् को जगा दिया !
खिले फ़ूलों ने किया नमन उसके चरणों में ,
हमने भी इबादत का आज ,
जी भर के मजा लिया !!
हरीश 28 /01/2008
तम्मनाओं ने फिर से हमे जगा दिया ,
उम्मीदों ने फिर से रास्ता दिखा दिया ,
फिर उभरा भावनाओं का समंदर दिल मैं ,
दिमाग ने फिर से हमे रुला दिया !
आज लगता है ,
जिस चीज की तम्मना थी हमे ,
जिंदगी ने आज ,
उस से हमें मिला दिया !
तड़पते रहे प्यार के लिए जिस ,
आज उस प्यार ने ,
प्यार से गले लगा लिया !
किरणों ने सूरज की ,
फिर से फूलों को सहारा दिया ,
मंदिरों की घंटियों ने ,
लगता है भगवान् को जगा दिया !
खिले फ़ूलों ने किया नमन उसके चरणों में ,
हमने भी इबादत का आज ,
जी भर के मजा लिया !!
हरीश 28 /01/2008
No comments:
Post a Comment
Thank you for your comments!